Telegram Ban And CEO Arrested : टेलीग्राम बेन और सीईओ अरेस्ट जाने क्या है असली मामला 

टेलीग्राम एक वाइडऐली पॉप्युलर मैसेजिंग एप है अपनी स्ट्रांग एनक्रिप्शंस ओर प्राइवेसी फॉक्स फीचर्स के लिए दुनिया भर में मशहूर है लेकिन हाल ही में टेलीग्राम को लेकर काफी ज्यादा कंट्रोवर्सी खड़ी हुई है जिसमें कि इस ऐप के बेन होने और इसके सीईओ को अरेस्ट होने की खबरें आई है यह डेवलपमेंट दुनिया भर में काफी दिक्कत का मामला बन चुकी है जिससे कि समझ ना हर एक डिजिटल यूजर के लिए जरूरी है 

इस आर्टिकल में हम टेलीग्राम बैन और उसके सीईओ अरेस्ट के पीछे के रीजन को और इसका इंपैक्ट और फ्यूचर इंप्लीकेशंस पर पूरी जानकारी के साथ बात करने वाले हैं तो दोस्तों अगर आप लोग भी टेलीग्राम के बारे में जानकारी देना चाहते हैं कि आखिरकार टेलीग्राम बेन होगा या फिर इसके सीईओ क्यों अरेस्ट कर गए तो इसके बारे में सारी जानकारी आपको आज किस आर्टिकल में देने वाले हैं तो चलिए शुरू करते हैं।

टेलीग्राम

टेलीग्राम एक क्लाउड बेस्ड मैसेजिंग एप है जो की 2013 में लॉन्च हुआ था और तब से लेकर आज तक इसकी पापुलैरिटी लगातार बढ़ती ही जा रही हैइस ऐप के फीचर्स में सीकर मैसेजिंग फाइल शेयरिंग चैनल बोर्ड्स और सुपर ग्रुप जैसे ऑप्शंस मिलते हैं जो कि इससे एक पावरफुल कम्युनिकेशन टूल बनाते हैं इसका फोकस प्राइवेसी और सिक्योरिटी पर होने की वजह से यह ऐप क्विकली लोगों के बीच में पॉपुलर हो गया है खासकर उन यूजर्स के लिए जो कि अपनी पर्सनल इनफॉरमेशन को सीकर रखना चाहते हैं। 

टेलीग्राम बैन की वजह क्या है 

टेलीग्राम के बैन होने की पीछे कई कारण हो सकते हैं लेकिन सबसे बड़ा कारण जो इस ऐप का है वह है एनोनिमस और इंक्रिप्टेड कम्युनिकेशन का होना कई गवर्नमेंट इससे एक ट्वीट के रूप में देखती है क्योंकि इस ऐप का उसे इलीगल एक्टिविटीज के टेररिज्म और साइबर क्राइम के लिए भी हो सकता है इसलिए कुछ देश इस ऐप को बंद करने का डिसीजन लेते हैं ताकि यह एक्टिविटीज कंट्रोल में करी जा सके। 

इलीगल एक्टिविटीज टेलीग्राम का एंड तो एंड एनी करप्शंस और सेल्फ डिस्ट्रक्टिंग मैसेज फीचर्स इलीगल एक्टिविटीज को बढ़ावा देने के लिए इस्तेमाल हो सकता है कई गवर्नमेंट को यह लगता है कि यह अप इन एक्टिविटीज के लिए एक प्लेटफार्म प्रदान करता है जिसे एड्रेस करना काफी ज्यादा मुश्किल होता है यह एक मेजर कारण है जो की गवर्नमेंट कोई है अप बंद करने के लिए फोर्स करता है। 

कंटेंट मॉडरेशन टेलीग्राम पर कई ऐसे चैनल और ग्रुप है जो की इलीगल कंटेंट फेक न्यूज़ और हिट स्पीच को प्रमोट करते हैं गवर्नमेंट को यह लगता है कि टेलीग्राम अपनी प्लेटफार्म पर कंटेंट माड्यूलेशन नहीं करता जो की एक मेजर कौन-कौन है यह भी एक जरूरी फैक्टर है जो कि इसके बैन के डिसीजन को सपोर्ट करता है।

नेशनल सिक्योरिटी कंसर्न्स 

कुछ देश नेशनल सिक्योरिटी के कॉन्फ्रेंस को ध्यान में रखते हुए टेलिग्राम को बंद करने का डिसीजन लेते हैं इसका कारण यह है कि अन्य क्रिकेटर कम्युनिकेशन से सेंसेटिव इनफॉरमेशन लीक होने का खतरा बढ़ जाता है जो की नेशनल सिक्योरिटी के लिए एक बड़ा चैलेंज बन सकता है। 

टेलीग्राम के सीईओ अरेस्ट क्या है असली मामला ?

हाल फिलहाल में सभी ने इस न्यूज़ के बारे में सुना ही है टेलीग्राम के सीईओ पावेल दोरोग जो कि इस ऐप के फाउंडर है उनका नाम भी इस कंट्रोवर्सी में आया है जब किसी ऐप या फिर कंपनी के ऑपरेशंस को इलीगल एक्टिविटीज से जोड़ा जाता है तो वहां के सीईओ और टॉप एग्जीक्यूटिव पर भी सवाल उठते हैं को अरेस्ट के मामले में उसे देश के कानून और रेगुलेशंस पर डिपेंड करता है जहां यह एक्टिविटीज रिपोर्ट हुई है।

अकाउंटेबिलिटी एंड रिस्पांसिबिलिटी 

गवर्नमेंट इंतजार किसी प्लेटफार्म पर इलीगल एक्टिविटीज को पेश करने का इल्जाम लगाती है तो सबसे पहले उसके सीईओ और टॉप मैनेजमेंट को रिस्पांसिबल ठहराया जाता है पर दुरुपयोग को इसलिए टारगेट कर गया है क्योंकि उन्होंने अपने अप के अन्य करप्टेड फीचर्स को डिफेंड किया है जो की गवर्नमेंट के साथ उनकी टेंशन बढ़ने का एक बड़ा रीजन है। 

इंटरनेशनल प्रेशर 

कई कंट्रीज ने टेलीग्राम के अगेंस्ट इंटरनेशनल प्रेशर बनाया है जिसमें की पब्लिक ग्रुप को कॉरपोरेशन के लिए फोर्स कर गया है यह प्रेशर कभी-कभी सीईओ को अरेस्ट करने तक ले जा सकता है अगर वह कंप्लायंस के लिए रेडी नहीं होते हैं।

लीगल एक्शंस 

पावेल ध्रुव के अगेंस्ट लीगल एक्शंस लेना उसे देश का अपना डिसीजन होता है जहां उसकी कंपनी के ऑपरेशंस इलीगल एक्टिविटीज से जुड़े हुए माने जा रहे हैं यह इलीगल एक्शंस इंटरनेशनल लॉ और लोकल जूरिडिक्शन के रूल के हिसाब से लिए जाते हैं।

टेलीग्राम बेन और सीईओ अरेस्ट के बाद क्या इंपैक्ट पड़ेगा ?

टेलीग्राम बैन और सीईओ अरेस्ट का इंपैक्ट न सिर्फ उसे यूजर्स पर बल्कि ओवरऑल हर डिजिटल कम्युनिकेशन इकोसिस्टम पर भी होने वाला है। 

यूजर एक्सपीरियंस 

टेलीग्राम बैन होने से मिलियंस आफ यूजर से जो कि इस प्लेटफार्म पर अपना डेली कम्युनिकेशन करते हैं उनको इनकम फेस करना पड़ता है यूजर्स अपने इंपॉर्टेंट कन्वर्सेशन और डाटा को एक्सेस नहीं कर पाएंगे जो कि उनके लिए एक बड़ा लॉस होगा। 

ट्रस्ट इश्यू को के अरेस्ट होने से यूजर्स के बीच में एक टेस्ट इश्यू का मामला खत्म हो जाता है यूजर्स के लिए यह समझना मुश्किल हो जाएगा कि वह किस ऐप को इस्तेमाल करें जो कि उनकी प्राइवेसी और सिक्योरिटी को प्रोटेक्ट करें यह ट्रस्ट इशू किसी भी ऐप को लंबे समय तक सक्सेस के लिए ड्रीमेनिटील हो सकता है।

इकोनामिक पर असर

अगर टेलीग्राम जैसे बड़े प्लेटफार्म को बंद कर जाता है तो इसका इकोनामिक इंपैक्ट भी देखने को मिल सकता है ना सिर्फ कंपनी पर बल्कि फाइनेंशियल लॉसेस पर भी बल्कि इनडायरेक्ट उसे ऐप से जुड़े कोई बिजनेस पर भी असर पड़ सकता है डिजिटल मार्केटिंग बोर्ड्स और सर्विसेज जो की टेलीग्राम पर डिपेंड है वह सभी इफेक्ट हो सकते हैं। 

इनोवेशन पर असर 

टेलीग्राम जैसे एप्स को बैन होने से इनोवेशन पर भी काफी ज्यादा असर पड़ता है जब टैग कंपनी को अपने प्रोडक्ट पर डिस्ट्रक्शन फेस करनी पड़ती है तो यह उनके R&D एफर्ट्स को भी काफी ज्यादा स्लो डाउन करता है कंपनी रिस्क टेकिंग से कतरने लगती है जो की ओवरऑल टेक इन्नोवेशंस के लिए नेगेटिव है।

फ्यूचर इंप्लीकेशंस 

टेलीग्राम थें अलसो अरेस्ट के बाद कई सवाल उठाते हैं कि आगे क्या होने वाला है तो चलिए उसके बारे में अभी एक झलक देख लेते हैं। 

अल्टरनेटिव की तलाश 

जब भी किसी पॉपुलर एप्लीकेशन को बंद किया जाता है तो यूजर अल्टरनेटिव प्लेटफॉर्म्स की तलाश में निकल पड़ते हैं लेकिन यह अल्टरनेटिव्स उसने सीकर और वैल्युएबल नहीं होते हैं जो की एक बड़ी समस्या बन सकती है यूजर्स अपनी प्राइवेसी के लिए कंप्रोमाइज कर सकते हैं जो कि उनके लिए एक रिस्क फैक्टर है। 

रेगुलेशन का भविष्य 

यह केस गवर्नमेंट और टेक कंपनी के बीच के रिलेशनशिप को भी रेडी फाइन करेगा गवर्नमेंट अब और भी स्ट्राइक तो रेगुलेशंस लागू करने की कोशिश करेगी जो की टेक कंपनी के लिए कंप्लायंस चैलेंज को बढ़ावा देगा। 

डिजिटल राइट पर बहस 

टेलीग्राम बहन और उसके सीईओ अरेस्ट से डिजिटल लाइट पर भी एक बड़ा डिबेट शुरू हो सकता है यह मामला यूजर्स के प्राइवेसी इस राइट और गवर्नमेंट के सर्विलांस एफर्ट्स के बीच का एक नया चैप्टर खोल सकता है आने वाले समय में यह देखना इंटरेस्टिंग होगा कि कैसे यह बैलेंस एस्टेब्लिश कर जाता है। 

टेलीग्राम का फ्यूचर 

टेलीग्राम का फ्यूचर पर भी सवाल उठाते हैं क्या यह एप्लीकेशन अपने पापुलैरिटी को बनाए रखेगा या फिर यूजर्स दूसरे अल्टरनेटिव की तलाश करेंगे को के अरेस्ट होने के बाद कंपनी के ऑपरेशंस और मैनेजमेंट में क्या चेंज आएंगे यह सब सवाल आगे के डेवलपमेंट पर डिपेंड करते हैं। 

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